
ग्रेटर नोएडा, दिव्यराष्ट्र/नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ( एनआईयू ) ने अपना 15वां स्थापना दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया। यह दिन शिक्षा, नवाचार और समाज निर्माण की 15 साल की यात्रा का जश्न था। पूरा आयोजन उपलब्धियों, एकता और भविष्य की दृष्टि को समर्पित रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत एनआईयू के चेयरमैन डॉ. देवेश कुमार सिंह के संदेश से हुई। उन्होंने कहा,
“15वें स्थापना दिवस के इस खास अवसर पर मैं एनआईयू परिवार के सभी सदस्यों—हमारे सम्मानित शिक्षकगण, समर्पित स्टाफ, प्रतिभाशाली छात्र और सफल पूर्व छात्रों को हार्दिक बधाई देता हूँ। आप सभी की मेहनत और योगदान से ही एनआईयू आज एक बेहतरीन और प्रतिष्ठित संस्था बना है। हमने एक ऐसा माहौल बनाया है, जहाँ ज्ञान, नवाचार और समावेशिता को बढ़ावा मिलता है। आगे का हमारा लक्ष्य है कि एनआईयू को वैश्विक मंच पर ले जाया जाए और हमारे छात्र भविष्य में नेता, नवप्रवर्तक और जिम्मेदार नागरिक बनकर दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डालें। इस मिशन को आगे बढ़ाने में सभी की मेहनत और विश्वास के लिए मैं आभारी हूँ।”
कार्यक्रम में एनआईयू के चांसलर डॉ. विक्रम सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपने प्रेरणादायी संबोधन में उन्होंने कहा,
“एनआईयू का उद्देश्य है ‘उत्कृष्टता और नवाचार की विरासत का निर्माण’। आने वाले समय में हम ऐसे पेशेवर तैयार करेंगे जो भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें। हमारा फोकस वैश्विक सहयोग, शोध, उद्यमिता और समग्र शिक्षा पर है। हम इंटरडिसिप्लिनरी लर्निंग को बढ़ावा देंगे, रोजगार योग्य कौशल विकसित करेंगे और छात्रों को अंतरराष्ट्रीय अवसर प्रदान करेंगे। समर्पित शिक्षकों को मैं हार्दिक शुभकामनाएँ और बधाई देता हूँ।”
एनआईयू की वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) उमा भारद्वाज ने कहा,
“सभी सदस्यों को उनके प्रयासों की पहचान मिलने पर बधाई। मिलकर हम एनआईयू को भारत की शिक्षा व्यवस्था में एक ‘थॉट लीडर’ बना सकते हैं। शिक्षा बहुविषयी होनी चाहिए, वास्तविक जीवन से जुड़ी होनी चाहिए और 21वीं सदी के कौशल जैसे आलोचनात्मक सोच, सहयोग और संचार पर आधारित होनी चाहिए।”
इस अवसर पर एनआईयू ने पिछले वर्ष उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों और स्टाफ को सम्मानित किया। उन्हें सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ गैर-शिक्षण स्टाफ पुरस्कार से नवाजा गया। छात्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने पूरे समारोह को जीवंत बना दिया।
एनआईयू के 15 वर्ष पूरे होने पर यह स्थापना दिवस इस बात की याद दिलाता है कि विश्वविद्यालय का साझा लक्ष्य है—भविष्य के नेताओं को तैयार करना और ज्ञान, नवाचार व ईमानदारी के मूल्यों को आगे बढ़ाना।