कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर में संस्थान की मानद विश्वविद्यालय के रूप में स्थापना के पाँच वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में गुरुवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने भगवान धन्वंतरि के पूजन के साथ किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. शर्मा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा आज से पाँच वर्ष पूर्व राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान को मानद विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान किया गया था। यह निर्णय न केवल संस्थान के लिए गौरव का विषय था, बल्कि सम्पूर्ण आयुर्वेद जगत के लिए प्रेरणास्रोत भी बना।
उन्होंने कहा कि आज संस्थान आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति, अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में देशभर में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित कर चुका है। संस्थान ने क्यूसीआई रैंकिंग में लगातार दूसरे वर्ष देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उपलब्धि संस्थान में कार्यरत शिक्षकों, चिकित्सकों, अधिकारियों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों के सामूहिक प्रयासों और समर्पण का परिणाम है।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में पूरणमल रैगर (कार्यालय सहायक), कविता दाधिच (नर्सिंग अधिकारी) एवं तेजेन्द्र यादव (एमटीएस) शामिल रहे।
इस अवसर पर संस्थान के संयुक्त निदेशक जे.पी. शर्मा, उपनिदेशक चन्द्रशेखर शर्मा, प्रशासनिक अधिकारी मोहनलाल मीणा, डाॅ. सी.आर. यादव, डाॅ. एच.एम.एल. मीणा, डाॅ. अभिषेक उपाध्याय, डाॅ. राजेन्द्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, चिकित्सक, अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।