
कोलकाता, दिव्यराष्ट्र/चिकित्सा उत्कृष्टता और रोगियों के विश्वास की उल्लेखनीय यात्रा में, मणिपाल हॉस्पिटल, ईएम बाइपास ने डॉ. विकास कपूर (क्लस्टर डायरेक्टर – ऑर्थोपेडिक्स, मणिपाल हॉस्पिटल ईएम बाइपास एवं मणिपाल हॉस्पिटल मुकुंदपुर) के नेतृत्व में 2 साल से भी कम समय में सफलतापूर्वक 1000 रोबोटिक टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी पूरी कर ली है। यह उपलब्धि पूर्वी भारत में सबसे तेज़ और देश के सबसे तेज़ प्रयासों में से एक है। इस मील के पत्थर का जश्न मनाने के लिए अस्पताल ने एक विशेष समारोह का आयोजन किया, जहां रोगी ही शाम के असली नायक बने—नृत्य प्रस्तुतियों, रैंप वॉक और फिटनेस डेमोंस्ट्रेशन के ज़रिए उन्होंने अपने नए आत्मविश्वास और गतिशीलता का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर सांसद श्रीमती माला रॉय, सुप्रसिद्ध गायिका उषा उथुप, विख्यात नृत्यांगना तनुश्री शंकर, कांथा शिल्प की दिग्गज श्यामलु दूधेजा एवं मल्लिका वर्मा, जूनजा ग्रुप के चेयरमैन और एमडी तथा इंडियन लेदर काउंसिल के अध्यक्ष रमेश जूनजा उपस्थित थे। साथ ही उद्योगपति दीपक गोयल (एमडी, लेज़र पावर एंड इंफ्रा प्रा. लि.), श्री प्रदीप सुरेका (एमडी, सुरेका ग्रुप), हर्षवर्धन नेओटिया (अंबुजा नेओटिया ग्रुप), मन्यवर ग्रुप के अजय मोदी, उद्यमी देबादित्य चौधरी (संस्थापक एवं एमडी – चाउमैन, ओध 1590), अरुण पोद्दार (चेयरमैन, बी.पी. पोद्दार ग्रुप), आईपीएस अनुज शर्मा सहित कई अन्य विशिष्ट हस्तियां उपस्थित थीं। इनमें से कई स्वयं भी मणिपाल हॉस्पिटल, ईएम बाइपास में डॉ. विकास कपूर के अंतर्गत रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट करा चुके हैं। एक संक्षिप्त फायर्साइड चैट भी आयोजित की गई, जिसमें प्रसिद्ध आरजे अरविंद ने डॉ. विकास कपूर से बातचीत कर रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण की सफलता और आधुनिक ऑर्थोपेडिक देखभाल पर प्रकाश डाला।
करीब 50 मरीज जो इस सर्जरी से गुजरे थे, वे भी मौजूद थे और उन्होंने अपने नए जीवन का आनंद पारंपरिक धुनुची नृत्य, आत्मविश्वासी रैंप वॉक और ऊर्जावान जिम फिटनेस रूटीन के माध्यम से प्रस्तुत किया। संदेश साफ़ था—ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के क्षेत्र में कोलकाता अब पीछे नहीं है। रोगियों के साथ इन दिग्गज हस्तियों की मौजूदगी ने इस संदेश को और सशक्त बनाया।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. विकास कपूर ने कहा, “दो साल से भी कम समय में 1000 रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट पूरा करना हमारे लिए गर्व का क्षण है; लेकिन असली मायने रखते हैं वे मानवीय कहानियां। हर मरीज जो हमारे पास आया, उसने वर्षों का दर्द, सीमाएं और स्वतंत्रता खोने का डर झेला था। आज रोबोटिक तकनीक ने चिकित्सकों की कौशल में नई धार जोड़ी है और मरीजों को दिया है सम्मान, गतिशीलता और आत्मविश्वास से भरा नया जीवन। अपने मरीजों को आत्मविश्वास से कदम बढ़ाते, नृत्य करते, जिम में व्यायाम करते और अपने पसंदीदा कामों में लौटते देखना मेरे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है। यह उपलब्धि हमारे मरीजों के विश्वास, हमारी टीम की निष्ठा और आधुनिक स्वास्थ्य सेवा की परिवर्तनकारी शक्ति का प्रतीक है।”
अपने विचार साझा करते हुए डॉ. अयनाभ देबगुप्ता, रीजनल सीओओ (ईस्ट), मणिपाल हॉस्पिटल्स ने कहा, “मणिपाल हॉस्पिटल्स में हमारा विज़न हमेशा से ही पूर्वी भारत के लोगों तक विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना रहा है। हमारे केवल एक यूनिट में दो साल से भी कम समय में 1000 रोबोटिक टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी पूरी करना हमारे क्लीनिकल उत्कृष्टता, नवाचार और मरीज-केंद्रित देखभाल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रोबोटिक-सहायता प्राप्त घुटना प्रत्यारोपण मरीजों को देता है अद्वितीय सटीकता, तेज़ रिकवरी, कम दर्द और दीर्घकालिक बेहतर परिणाम, जिससे वे बहुत जल्द फिर से गतिशीलता और जीवन की गुणवत्ता हासिल कर पाते हैं। यह उपलब्धि हमें क्षेत्र में उन्नत ऑर्थोपेडिक्स के एक विश्वसनीय केंद्र के रूप में सुदृढ़ करती है, और हमारे मरीजों की प्रेरणादायक कहानियां ही हमारी सफलता का असली मापदंड हैं।”