दिव्यराष्ट्र, मुंबई: कोटक सिक्योरिटीज लिमिटेड (कोटक नियो) ने अपना मार्केट आउटलुक 2026 जारी किया है, जिसमें वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय शेयर बाजार और कमोडिटी (जैसे सोना) में मजबूती की उम्मीद जताई गई है। रिपोर्ट में आने वाले साल में निवेशकों के ध्यान देने लायक बड़े आर्थिक रुझान, सेक्टर के अवसर और कमोडिटी के अनुमान बताए गए हैं।
कोटक सिक्योरिटीज के एमडी एंड सीईओ श्रीपाल शाह ने कहा कि, “वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत ग्रोथ का मजबूत केंद्र बना हुआ है। हमारी इक्विटी पर राय पॉजिटिव है, क्योंकि कॉर्पोरेट अर्निंग अच्छी रहने की उम्मीद है और नीतिगत माहौल भी सहयोगी है। 2026 में सोना एक सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में अपनी चमक बनाए रखेगा। युवा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी से बाजार और मजबूती पकड़ेगा और वेल्थ क्रिएशन के नए अवसर पैदा होंगे।”
इंडस्ट्री के मोर्चे पर उन्होंने आगे कहा कि, “लेटेस्ट सेबी (SEBI) सर्वे के अनुसार, 63% परिवार कम से कम एक सिक्योरिटीज मार्केट प्रोडक्ट के बारे में जानते हैं, लेकिन सिर्फ 9.5% परिवार ही वास्तव में निवेश करते हैं। इसका मतलब है कि भारत के इक्विटी बाजार में अभी भी बहुत बड़ा अनछुआ संभावित हिस्सा मौजूद है। ब्रोकरेज फर्मों को आगे आकर निवेश को आसान और सभी के लिए सुलभ बनाना चाहिए।”
कोटक सिक्योरिटीज मार्केट आउटलुक 2026 रिपोर्ट में आने वाले साल के महत्वपूर्ण ट्रेंड और उनके प्रभाव बताए गए हैं।
इक्विटी मार्केट : अगली तेजी के लिए पॉजिटिव माहौल:भारतीय शेयर बाजार में सितंबर 2024 की ऊंचाइयों से 17 प्रतिशत की गिरावट आई थी, लेकिन निफ्टी 50 ने 2025 के अंत तक एक नया आल टाइम हाई लेवल हासिल कर लिया। लार्ज-कैप कंपनियों के शेयरों ने सबसे ज्यादा बढ़त दिखाई, जबकि मिड-कैप और स्मॉल-कैप पीछे रह गए। ऑटोमोबाइल, बैंक और मेटल सेक्टर ने अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि आईटी और एफएमसीजी सेक्टर कमजोर रहे। घरेलू निवेशकों ने लगातार एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेश) की बिकवाली के बावजूद बाजार को संभाले रखा, जिससे भारतीय इक्विटी मार्केट पर भरोसा मजबूत हुआ। आईपीओ और अन्य प्राइमरी मार्केट गतिविधियां मजबूत रहीं, जिससे निवेशकों का उत्साह और भारतीय बाजार का लचीलापन साफ दिखाई दिया।
निफ्टी आउटलुक और टारगेट: निफ्टी की अर्निंग का अनुमान और मजबूत हुआ है। उम्मीद है कि निफ्टी का मुनाफा वित्त वर्ष 27 में 17.6 प्रतिशत और वित्त वर्ष 28 में 14.8 प्रतिशत बढ़ेगा। बेस केस : दिसंबर 2026 तक निफ्टी के 29,120 तक पहुंचने का अनुमान है। यह मानते हुए कि वित्त वर्ष 28 की अनुमानित ईपीएस 1,456 रुपये पर निफ्टी का पी/ई अनुपात 20.0 रहेगा। बुल केस : निफ्टी का लक्ष्य 32,032 तक जा सकता है (पी/ई 22.0)। बियर केस : नीचे जाने वाली स्थिति में निफ्टी 26,208 तक आ सकता है (पी/ई 18.0)। CY26 के लिए हमारे पसंदीदा सेक्टर : बीएफएसआई (बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज), टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और हॉस्पिटैलिटी।
कमोडिटीज: सोना चमकेगा, चांदी भी चमकेगी: 2025 में सोने ने मजबूत प्रदर्शन किया, इसकी कीमत 55 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ी और 4,000 डॉलर प्रति औंस के पार चली गई। इसका कारण था, वैश्विक अनिश्चितता, जियो-पॉलिटिकल टेंशन और सेंट्रल बैंकों की बड़ी खरीदारी। भारत में यानी डोमेस्टिक लेवल पर सोने की कीमतें 60 प्रतिशत बढ़ीं, जिसमें रुपया कमजोर होने का भी असर शामिल था। इस साल चांदी ने सोने से भी बेहतर किया, और 100 प्रतिशत तक बढ़त दर्ज की। इसकी वजह थी सेफ-हेवन मांग, सप्लाई की कमी, और स्ट्रक्चरल मुद्दे, हालांकि इंडस्ट्रियल टैक्स से जुड़ी चुनौतियां बनी रहीं। क्रूड ऑयल की कीमतों में 19 प्रतिशत गिरावट आई, क्योंकि सप्लाई ज्यादा थी और जियो-पॉलिटिकल घटनाओं का असर कम हो गया। इससे 2026 के लिए आयल मार्केट में सतर्कता का माहौल बन गया। कॉपर और एल्युमिनियम जैसे बेस मेटल मजबूत बने रहे, क्योंकि इलेक्ट्रिफिकेशन की बढ़ती मांग, सप्लाई में कमी और स्ट्रक्चरल टाइटनेस ने इन्हें सहारा दिया, हालांकि कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है।