दिव्यराष्ट्र, मुम्बई: एचडीएफसी बैंक की चीफ इकोनॉमिस्ट साक्षी गुप्ता ने कहा है कि आरबीआई द्वारा की गई रेट कट सही मायने में उपभोग और विकास को आगे ले जाने में सहायक होगी। साक्षी गुप्ता ने मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) की बैठक में आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती किये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुऐ कहा, कि विकास के लिए आने वाले जोखिमों की पहचान और कम महंगाई से मिली मॉनेटरी गुंजाइश का इस्तेमाल कर आरबीआई ने हमारी उम्मीदों के मुताबिक दरों में कटौती की है।
हालांकि वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 8 प्रतिशत से थोड़ी ज़्यादा हो गई थी, लेकिन निर्यात पर बाहरी मुश्किलों का जोखिम अभी भी बना हुआ है। इसके अलावा, त्योहारों के मौसम में उपभोग में बढ़ोतरी कितनी देर तक बनी रहेगी, यह देखना बाकी है। इस परिदृश्य को देखते हुए, रेट कट सही मायने में उपभोग और विकास को आगे ले जाने में सहायक होगी।
हमें उम्मीद है कि महंगाई साल के बीच तक 4 प्रतिशत से नीचे रहेगी, जिससे पता चलता है कि अगर आने वाली तिमाहियों में विकास में कमी के संकेत दिखते हैं तो एक और रेट कट की गुंजाइश बनी हुई है। या फिर, अगर हालिया इकोनॉमिक मोमेंटम और एक अच्छी ट्रेड डील की घोषणा जारी रहती है, तो इस रेट कट साइकिल का अंत हो सकता है। हमें वित्त वर्ष 26 में जीडीपी ग्रोथ 7.3प्रतिशत और वित्त वर्ष 27 में 6.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 26 में महंगाई 2 प्रतिशत और वित्त वर्ष 27 में 4 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
ओएमओ खरीद और बाय/सेल स्वैप के ज़रिए टिकाऊ लिक्विडिटी आने से इस रेट कट का ज़्यादा से ज़्यादा फ़ायदा मिलने में मदद मिलेगी, जिससे हाल के एफएक्स दखल से होने वाली रुकावट कम होगी, और बॉन्ड मार्केट में ऊपर की ओर दबाव कुछ कम होगा।