
पत्रकार रजत शर्मा को आचार्य तुलसी सम्मान
पुरस्कार राशि बच्चों की शिक्षा को समर्पित: रजत
अहमदाबाद, दिव्यराष्ट्र* गुजरात एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने समाज से नैतिक एवं प्राक्रतिक जीवन जीने का आह्रवान करते हुए कहा है कि जो काम करने से भय, लज्जा व शंका का अनुभव होता हो वो काम नहीं करना चाहिए। समारोह में इंडिया टीवी के प्रधान संपादक पद्मभूषण रजत शर्मा को आचार्य तुलसी सम्मान प्रदान किया।
गांधीनगर कोबा स्थित प्रेक्षा विश्व भारती में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि भगवान द्वारा रचित स्रष्टी के नियमों का उल्लंघन करने वाला व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता। भगवान महावीर के अहिंसा की ओर से स्थापित जैन परंपरा में अहिंसा ही मुख्य आधारशिला है।
राज्यपाल आचार्य देवव्रतजी के करकमलों से इंडिया टीवी के मुख्य संपादक और पद्मभूषण रजत शर्मा को उनके स्वच्छ, संयमित और सकारात्मक पत्रकारिता के योगदान के लिए 16वें “आचार्य तुलसी सम्मान” से सम्मानित किया गया। रजत शर्मा को सम्मान पत्र, मोमेंटो और एक लाख रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। रजत शर्मा ने एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि इंडिया टीवी के ट्रस्ट को, जो बच्चों की शिक्षा के लिए कार्यरत है, दान करने की घोषणा की।
राज्यपाल पद्मभूषण एवं तुलसी सम्मान से सम्मानित रजत शर्मा के बारे में कहा कि, जैसे संत समाज निर्माण का पवित्र कार्य करते हैं, वैसे ही पत्रकारिता भी समाज निर्माण का पावन कार्य करती है। पत्रकारिता का सही अर्थ है – निर्भीकता, सत्य और निष्ठा। रजत शर्मा अपने निर्भीक और निष्ठावान पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मकता फैला रहे हैं। वे देश के अनेक लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनका सकारात्मक चिंतन और जीवन की सजगता पत्रकारिता के गौरव और स्वाभिमान को नई ऊंचाइयां देती है। उनकी कर्मनिष्ठा और अथक परिश्रम ईश्वर की विशेष कृपा का प्रतिबिंब है।
शर्मा ने राज्यपाल को भारत की प्राकृतिक खेती के कृषि ऋषि बताया। उन्होंने कहा कि कोई भी सम्मान जिम्मेदारी का एहसास कराता है, और सम्मान के बाद कर्तव्य बोध भी होता है कि यदि कभी मेरे कदम कर्तव्य पथ से डगमगाए तो यह सम्मान मुझे किसी भी गलत कार्य से रोकने का कार्य करेगा।
समारोह में आचार्य तुलसी महाप्रज्ञ विचार मंच के राजकुमार पुगलिया ने बताया कि इस वर्ष के आचार्य तुलसी सम्मान 2025 के लिए पत्रकार रजत शर्मा को चुना गया।
समारोह में भारत के पूर्व सूचना आयुक्त उदय माहूरकर, प्रेक्षाविश्वभारती के भैरुंलाल चौधरी आदि उपस्थित रहे।