
जयपुर, दिव्यराष्ट्र*/पूर्णिमा विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने मंगलवार को “मोबाइल जर्नलिज्म” पर दो दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत की। सत्र के विशेषज्ञ पत्रकार अमित शर्मा थे। शर्मा ने छात्रों को मोबाइल जर्नलिज्म के माध्यम से कहानी निर्माण पर केंद्रित एक अंतर्दृष्टिपूर्ण सत्र में शामिल किया। उन्होंने बताया कि डिजिटल युग में कहानी कहने का विकास कैसे हुआ है और मोबाइल फोन प्रभावशाली कहानियों को कैप्चर करने और साझा करने के लिए शक्तिशाली उपकरण कैसे बन सकते हैं।
कार्यशाला ने विचार उत्पत्ति की कला, स्क्रिप्ट विकास और रचनात्मक कहानी कहने पर जोर दिया। शर्मा ने छात्रों को मार्गदर्शन दिया कि कैसे रोजमर्रा की कहानियों की पहचान करें, उन्हें प्रभावी ढंग से संरचित करें और डिजिटल दर्शकों के लिए आकर्षक तरीके से संप्रेषित करें। उन्होंने यह भी चर्चा की कि रील्स जैसे शॉर्ट-फॉर्म वीडियो फॉर्मेट आधुनिक पत्रकारिता और सोशल मीडिया कहानी कहने में आवश्यक कैसे बन गए हैं।
बीए जेएमसी और एमए जेएमसी के छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया, छोटे समूहों में काम करके छोटी कहानियां और प्रयोगात्मक वीडियो कथाएं बनाईं। उनकी उत्साह और रचनात्मकता ने यह दर्शाया कि मोबाइल कहानी कहना कितना सुलभ और शक्तिशाली हो सकता है।
प्रोफ. जितेंद्र शर्मा, डीन (एफडीए), डॉ. आस्था सक्सेना, एचओडी (जेएमसी), सुश्री अनीशा सिंह और डॉ. सत्येंद्र मुरली भी सत्र के दौरान उपस्थित थे।
दिन 1 ऊर्जावान नोट पर समाप्त हुआ, छात्र दिन 2 की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो संपादन, प्रकाशन और मोबाइल कहानी कहने की तकनीकों को परिष्कृत करने पर केंद्रित होगा।