
इस लॉन्चिंग को लेकर अवीवा इंडिया के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर विनीत कपाही ने कहा, ‘अवीवा भारत बाल विकास योजना को मेट्रो शहरों से बाहर रहने वाले परिवारों की वास्तविक एवं दैनिक जीवन की महत्वाकांक्षाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह ऐसे परिवारों के लिए सरल एवं लक्ष्य आधारित योजना है, जो फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के साथ जुड़ी जटिलताओं के बिना अपने बच्चों के सपनों को संजोना चाहते हैं और उन्हें पूरा करना चाहते हैं।’
प्लान के लिए न्यूनतम उम्र 3 साल और अधिकतम उम्र 50 साल रखी गई है। पॉलिसी टर्म 12 से 30 साल और मैच्योरिटी 80 साल की उम्र तक होगी। इससे यह जीवन के अलग-अलग पड़ाव एवं वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पूरी तरह से अनुकूल है। मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना के रूप में प्रीमियम पेमेंट के फ्लेक्सिबल ऑप्शन से यह विभिन्न परिवारों के बजट में आसानी से फिट हो जाने वाली योजना है।
प्लान में पॉलिसी टर्म के अंत में गारंटीड सम एश्योर्ड के रूप में मैच्योरिटी बेनिफिट मिलता है, जिससे बच्चों के भविष्य के लिए फाइनेंशियल सपोर्ट सुनिश्चित होता है। इससे कानूनी प्रावधानों के तहत टैक्स बेनिफिट भी मिलता है, जिससे यह ऐसे परिवारों के लिए व्यावहारिक विकल्प है, जो फाइनेंशियल सिक्योरिटी और फ्यूचर फोकस्ड सेविंग्स चाहते हैं।
यह लॉन्चिंग वित्तीय समावेश को लेकर अवीवा की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इसके तहत हमारा लक्ष्य केवल मेट्रो शहरों तक नहीं, बल्कि असली भारत तक पहुंचना है, जहां इस तरह के प्रोटेक्शन की सबसे ज्यादा जरूरत है।