
2050 तक देश की वृद्ध आबादी 31.9 करोड़ तक बढेगी
नवी मुंबई, दिव्यराष्ट्र*: अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई ( एएचएनएम) ने अपने सीनियर्स फर्स्ट जेरियाट्रिक्स क्लिनिक के शुभारंभ की घोषणा की। मरीज़ों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए यह एक स्पेशलाइज्ड़ सेवा शुरू की गयी है। वरिष्ठ नागरिकों की विशिष्ट स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इसे डिज़ाइन किया गया है। इस क्लिनिक का नेतृत्व अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई में जेरियाट्रिक्स में कंसल्टेंट, डॉ सयाली दामले और डॉ श्वेत सबनीस करेंगे। एक ही छत के नीचे निवारक, रिहैबिलिटेशन और दीर्घकालिक देखभाल सहायता के साथ-साथ निरंतर देखभाल भी उपलब्ध होगी, चाहे वह अस्पताल में हो या घर पर। अपोलो हॉस्पिटल्स ने एक डेडिकेटेड हेल्पलाइन नंबर 75-9696-9494 भी शुरू किया है, जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए किसी भी स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकता के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
भारत की आबादी में एक बड़ा परिवर्तन हो रहा है। अनुमान है कि 2050 तक देश की वृद्ध आबादी 31.9 करोड़ तक बढेगी लगभग हर पाँच भारतीयों में से एक वरिष्ठ नागरिक होगा। आज, लगभग चार में से तीन वरिष्ठ नागरिक, कम से कम एक पुरानी बीमारी से ग्रस्त हैं, जबकि लगभग आधे लोग हिलने-डुलने या चलने-फिरने में समस्याओं का सामना कर रहे हैं। फिर भी, वृद्धावस्था में विशेष देखभाल तक पहुँच दुर्लभ है, देश में प्रशिक्षित वृद्धावस्था विशेषज्ञ 100 से भी कम हैं, जबकि अनुमान है कि आवश्यकता हज़ारों की है।
अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई का जेरियाट्रिक्स क्लिनिक वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य के हर पहलू को कवर करते हुए सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करेगा। इसमें वृद्धावस्था का व्यापक मूल्यांकन, पुरानी बीमारी का प्रबंधन, गिरने और कमज़ोरी को रोकने के लिए कार्यक्रम, हिलने-डुलने, चलने-फिरने और संतुलन का प्रशिक्षण, पोषण और आहार परामर्श, संज्ञानात्मक स्वास्थ्य सहायता और मानसिक कल्याण सेवाएँ शामिल हैं। वरिष्ठ नागरिकों को ऑपरेशन के बाद की देखभाल, फिजियोथेरेपी और रिहैबिलिटेशन, और अस्पताल में आना-जाना सुलभ हो इसके लिए कंसीयज सहायता भी उपलब्ध होगी। अपोलो होमकेयर और अपोलो 24/7 के साथ मिलकर, नर्सिंग देखभाल, फिजियोथेरेपी, डायग्नोस्टिक्स और दवा प्रबंधन जैसी आवश्यक सेवाएँ अस्पताल के बाहर भी उपलब्ध होंगी, जिससे वरिष्ठ नागरिकों और उनके परिवारों के लिए सहायता का एक निर्बाध चक्र बना रहेगा।
डॉ सयाली दामले, कंसल्टेंट-जेरिएट्रिक मेडिसिन, अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई ने लॉन्च के बारे में बताया,“बुढ़ापा कोई बीमारी नहीं है यह एक स्वाभाविक जीवन यात्रा है, जिसमें करुणा, समझ और अनुरूप मेडिकल देखभाल की आवश्यकता होती है। हम इस डेडिकेटेड जेरिएट्रिक्स क्लिनिक के साथ एपिसोडिक उपचार से आगे बढ़कर समग्र, निवारक और निरंतर देखभाल पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं। और हमारा क्लिनिक उनका एक मज़बूत साथी बनेगा।”
डॉ श्वेत सबनीस, कंसल्टेंट-जेरिएट्रिक मेडिसिन, अपोलो हॉस्पिटल्स नवी मुंबई ने कहा,“वृद्धों की ज़रूरतें अक्सर जटिल और आपस में जुड़ी होती हैं पुरानी बीमारियों और चलने-फिरने, हिलने-डुलने संबंधी चिंताओं से लेकर मानसिक स्वास्थ्य और रिहैबिलिटेशन तक। यह क्लिनिक वन-स्टॉप समाधान के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जो यह सुनिश्चित करता है कि वरिष्ठ नागरिक और उनके परिवारों को हर ज़रूरत के लिए अलग-अलग देखभाल की चिंता का सामना न करना पड़े। हमारा दृष्टिकोण चिकित्सा विशेषज्ञता को सहानुभूति के साथ जोड़ता है, हर पड़ाव पर उन्हें हर ज़रूरी सहायता मिलती रहें।”