Home हेल्थ मिरर ने लॉन्च किया थ्राइव: मेनोपॉज़ में प्राकृतिक राहत का नया समाधान

मिरर ने लॉन्च किया थ्राइव: मेनोपॉज़ में प्राकृतिक राहत का नया समाधान

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28 असरदार सामग्रियों से तैयार थ्राइव, महिलाओं को मेनोपॉज़ के सफर में आत्मविश्वास, स्पष्टता और संतुलन के साथ आगे बढ़ने में मदद करता है

जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/: महिलाओं की मिडलाइफ़ वेलनेस पर फोकस करने वाला ब्रांड मिरर ने अपने नए प्रोडक्ट थ्राइव को लॉन्च किया है — एक विशेष रूप से तैयार किया गया नेचुरल सप्लीमेंट जो मेनोपॉज़ में कदम रख चुकी महिलाओं के लिए बनाया गया है। यह वैज्ञानिक समझ और प्राकृतिक तत्वों के मेल से तैयार किया गया है। इसमें रेड क्लोवर, ब्लैक कोहोश और अश्वगंधा जैसे शक्तिशाली फाइटोएस्ट्रोजन शामिल हैं, जो हार्मोनल असंतुलन, हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग्स जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही हड्डियों की मजबूती, दिल की सेहत और मानसिक संतुलन को भी बेहतर बनाते हैं।

“मेनोपॉज़ कोई अंत नहीं, बल्कि एक नया और सशक्त अध्याय है,” मिरर के फाउंडर और सीईओ संजित शेट्टी ने कहा। “थ्राइव सिर्फ राहत नहीं देता, यह महिलाओं को मजबूती, संतुलन और अपने फैसलों पर चलने का आत्मविश्वास भी देता है।”

थ्राइव किस तरह करता है मदद:
मेनोपॉज़ के दौरान महिलाओं को कई शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुज़रना पड़ता है जैसे गर्माहट के झोंके, मूड में उतार-चढ़ाव, जोड़ों में दर्द, थकान और ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत। थ्राइव को इन सभी लक्षणों को ध्यान में रखते हुए 28 शुद्ध और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित सामग्रियों के साथ तैयार किया गया है:
• हार्मोन संतुलन: रेड क्लोवर, सोया आइसोफ्लेवोन्स – हॉट फ्लैशेज और नाइट स्वेट्स में राहत
• मूड और नींद: अश्वगंधा, एल-थियानीन – चिंता कम करने और बेहतर नींद के लिए
• हड्डी और दिल की सेहत: कैल्शियम, विटामिन के 2, ओमेगा-3 – हड्डियों और हृदय को मज़बूती
• मानसिक स्पष्टता: ब्राह्मी (बकोपा), बी-कॉम्प्लेक्स – फोकस बेहतर बनाने और ब्रेन फॉग कम करने के लिए
थ्राइव क्यों है अलग*
मेनोपॉज़ के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन (मुख्य रूप से एस्ट्राडियोल) का स्तर तेजी से गिरता है, जिससे उनके पोषण की ज़रूरतें बदल जाती हैं। सामान्य तौर पर मेनोपॉज़ से पहले एस्ट्राडियोल का स्तर 15 से 300 पीजी/एमएल के बीच होता है, जबकि मेनोपॉज़ के बाद यह 20 पीजी/एमएल से नीचे चला जाता है। एस्ट्रोजन की यह गिरावट ही हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग्स, वेजाइनल ड्रायनेस, हड्डियों की कमजोरी और दिल से जुड़ी बीमारियों की मुख्य वजह बनती है। रिसर्च के मुताबिक, मेनोपॉज़ से जुड़े लक्षणों को नियंत्रित करने और हड्डियों की सेहत बनाए रखने के लिए एस्ट्राडियोल का स्तर कम से कम 60–150 पीजी/एम एल होना ज़रूरी है — जो आमतौर पर पोस्ट-मेनोपॉज़ में नहीं होता।

इसके अलावा, उम्र, बीएमआई स्मोकिंग और हार्मोन थेरेपी जैसे फैक्टर्स भी हार्मोन स्तरों को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के तौर पर, BMI ज़्यादा होने पर शरीर में वसा के ज़रिए हार्मोन का निर्माण कुछ हद तक जारी रहता है, जिससे एस्ट्रोजन का स्तर थोड़ा ऊँचा हो सकता है।

थ्राइव का उद्देश्य इन पोषण की कमी को दूर करना है, ताकि महिलाओं का शरीर बेहतर संतुलन बना सके:
• कम एस्ट्रोजन स्तर के बावजूद हार्मोनल बैलेंस बनाए रखने में मदद
• हड्डियों और जोड़ो को मज़बूत करने के लिए सपोर्ट
• मानसिक और भावनात्मक स्थिरता बनाए रखने के लिए सहयोग
• मेटाबॉलिज़्म और दिल की सेहत को बेहतर बनाने में मदद

क्या थ्राइव आपके लिए सही है?
अगर आप हॉट फ्लैशेज, नींद की कमी, मूड स्विंग्स, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, जोड़ों का दर्द या हड्डियों से जुड़ी कोई चिंता महसूस कर रही हैं — तो थ्राइव आपके लिए एक असरदार सपोर्ट सिस्टम बन सकता है। यह सिर्फ राहत नहीं, बल्कि सम्पूर्ण पोषण देता है जिससे आप मेनोपॉज़ के इस नए दौर को आत्मविश्वास, ऊर्जा और संतुलन के साथ अपना सकें।

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