जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन शिक्षुता प्रशिक्षण बोर्ड-उत्तरी क्षेत्र व यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट जयपुर के संयुक्त तत्वाधान में 29 अप्रैल 2024 को जयपुर स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में राष्ट्रीय शिक्षुता जागरूकता कार्यक्रम पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ डॉ के एल जैन- अध्यक्ष राजस्थान चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, एन के जैन-अध्यक्ष राजस्थान नियोक्ता एसोसिएशन, एस के मेहता -निदेशक राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण बोर्ड भारत सरकार, प्रो डॉ. बिस्वेजॉय चटर्जी वाईस चांसलर यू ई एम, जयपुर, मानस खवास- सहायक निदेशक राष्ट्रीय शिक्षुता प्रशिक्षण बोर्ड भारत सरकार, डॉ प्रदीप शर्मा -रजिस्ट्रार आदि ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया।
कार्यक्रम में निदेशक एस के मेहता ने बताया की राष्ट्रीय अपरेंटिसशिप जागरूकता वर्कशॉप और पुरस्कार कार्यक्रम का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य कौशल विकास और श्रम वृद्धि में अपरेंटिसशिप के महत्व को प्रोत्साहित करने और पहचान करने के लिए एक शानदार पहल है। वर्कशॉप में दिए गए सुझावों में राष्ट्रीय अपरेंटिसशिप का परिचय तथा कार्यक्रम के उद्देश्य और लक्ष्यों का परिचय कराना, आज की अर्थव्यवस्था में अपरेंटिसशिप के महत्व को हाइलाइट करने के लिए अपरेंटिसशिप या व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्ति को आमंत्रित करना, पैनल चर्चा, “कौशल अंतर की पुलिंग में अपरेंटिसशिप की भूमिका- उद्योगपति, शिक्षक, और नीति निर्माताओं को आमंत्रित करना ताकि अपरेंटिसशिप की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों, और सुधार के अवसरों पर चर्चा करना आदि।
यूनिवर्सिटी वाईस चांसलर प्रो. चटर्जी ने बताया की वर्कशॉप और प्रशिक्षण सत्र जैसे प्रभावी अपरेंटिसशिप कार्यक्रम कैसे विकसित करें, अपरेंटिस भर्ती और रिटेंशन के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन कैसे करें, अपरेंटिसशिप प्रशिक्षण में प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे करें, अपरेंटिसशिप कार्यक्रम में विविधता और समावेश का सम्मान कैसे करें आदि के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई।
कार्यक्रम में केस स्टडी और सफलता, अपरेंटिसेज़ के अनुभवों को साझा करना आदि विषयों पर चर्चा की गयी। साथ ही साथ उद्योग के विशेषज्ञों, शिक्षकों, और नीति निर्माताओं के साथ नेटवर्किंग करने का अवसर प्रदान किया गया और नवाचारी अपरेंटिसशिप कार्यक्रमों और संसाधनों का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम के उपरांत पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया जिसमे उन संगठनों, नियोक्ताओं, शिक्षकों, और अपरेंटिसेज़ से जुड़े हुए अनेको लोगो को सह सम्मान पुरष्कृत किया गया, जिन्होंने अपरेंटिसशिप के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान किया है। कार्यक्रम की श्रेणियों में “सर्वश्रेष्ठ अपरेंटिसशिप कार्यक्रम,” “वर्ष का श्रेष्ठ अपरेंटिस,” “मेंटरशिप में उत्कृष्टता,” आदि शामिल को शामिल किया गया।
कार्यक्रम के समापन में प्रो. मानस खवास सहायक निदेशक ने आगे की सहयोग और साधनों के लिए प्रोत्साहित करने पर जोर दिया और बताया की कि वे अपरेंटिसशिप कार्यक्रम को अपने संगठनों में कार्यान्वित कर सके। और बताया की व्यावसायिक शिक्षा में अपरेंटिसशिप के महत्व को प्रोत्साहित करने और व्यक्तियों को कौशल विकास के माध्यम से एक अच्छे केरियर की ओर प्रेरित करने के लिए राष्ट्रीय अपरेंटिसशिप जागरूकता वर्कशॉप और पुरस्कार कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के प्लेसमेंट विभाग की और से शंकर सिंह , सचिन पांडेय , अनुज सेठी आदि उपस्थित रहे।