11 नवम्बर 2025, मंडी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी अपने 13वें दीक्षांत समारोह की मेज़बानी के लिए पूरी तरह तैयार है। यह समारोह 13 नवम्बर 2025 को आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के कुल 602 छात्रों की उपलब्धियों का जश्न मनाया जाएगा। यह आयोजन संस्थान की शैक्षणिक उत्कृष्टता, नवाचार और सामाजिक योगदान के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता का एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
इस वर्ष का दीक्षांत समारोह आईआईटी मंडी में अत्यंत गौरवपूर्ण और उत्साह का अवसर होगा, जिसमें प्रो. शेखर सी. मांडे, पूर्व महानिदेशक, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), मुख्य अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाएँगे। समारोह में विशिष्ट अतिथियों के रूप में डॉ. जगन्नाथ नायक, निदेशक, सेंटर फॉर हाई एनर्जी सिस्टम्स एंड साइंसेज़ (चेस), डीआरडीओ, और प्रो. बुदराजू श्रीनिवास मूर्ति, निदेशक, आईआईटी हैदराबाद, उपस्थित रहेंगे। समारोह की अध्यक्षता लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) कंवल जीत सिंह ढिल्लों, अध्यक्ष, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, आईआईटी मंडी द्वारा की जाएगी।
इस वर्ष के दीक्षांत समारोह में कुल 602 विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की जाएँगी, जिनमें 292 स्नातक, 241 स्नातकोत्तर और 69 पीएच.डी. शोधार्थी शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, अकादमिक उत्कृष्टता, शोध, नवाचार और नेतृत्व में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कई पदक और पुरस्कार प्रदान किए जाएँगे। इस वर्ष का समारोह विशेष रूप से तीन नई शैक्षणिक पहलों — बी.टेक–एम.टेक द्वैध डिग्री, बी.टेक विथ सेकंड मेजर, और बी.टेक विथ स्पेशलाइज़ेशन — के पहले बैच के स्नातकों के दीक्षांत से भी ऐतिहासिक बनेगा।
आगामी दीक्षांत समारोह पर अपने विचार साझा करते हुए, प्रो. लक्ष्मिधर बेहरा, निदेशक, आईआईटी मंडी ने कहा,
“13वां दीक्षांत समारोह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। यह हमारे विद्यार्थियों की समर्पण, दृढ़ता और बौद्धिक विकास का उत्सव है। प्रत्येक स्नातक छात्र आईआईटी मंडी की नवाचार और उत्कृष्टता की भावना का प्रतीक है। जैसे ही वे अपने जीवन के अगले चरण में प्रवेश कर रहे हैं, हमें विश्वास है कि वे राष्ट्र और विश्व दोनों में सार्थक योगदान देंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “वर्षों से आईआईटी मंडी ने अपने अकादमिक और शोध पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त किया है, जिसमें अंतःविषयक शिक्षा और सामाजिक प्रभाव पर विशेष ध्यान दिया गया है। हमारे स्नातक न केवल तकनीकी रूप से दक्ष हैं, बल्कि वे संवेदनशील और नवोन्मेषी विचारक भी हैं, जो वैश्विक चुनौतियों का रचनात्मकता और जिम्मेदारी के साथ समाधान कर सकते हैं।”
दीक्षांत समारोह में नवाचार, शोध और अकादमिक उत्कृष्टता के लिए विशेष पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे, जो तकनीकी प्रगति और सतत विकास को बढ़ावा देने वाली प्रतिभाओं के पोषण के प्रति आईआईटी मंडी की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।